तारा चक्र
जन्म सम्पतविपतक्षेम प्रत्यरि साधकवधमित्र अति-मित्र
नक्षत्र रेवतीअश्विनीभरणीकृत्तिकारोहिणी मॄगशिराआद्रापुनर्वसुपुष्य
जन्मचन्द्र बृहस्पति मंगल
गोचर चन्द्रबृहस्पतिमंगल
नक्षत्र अश्लेशा मघा पूर्वाफाल्गुनीउत्तराफाल्गुनीहस्तचित्रास्वातिविशाखाअनुराधा
जन्म केतु बुध
गोचर केतुबुध
नक्षत्र ज्येष्ठामूलपूर्वाषाढाउत्तराषाढाश्रवणधनिष्ठाशतभिषापूर्वाभाद्रपदउत्तराभाद्रपद
जन्मसूर्य शुक्र शनिराहु
गोचर सूर्यशुक्रशनिराहु

जन्म तारा कुछ कार्यो के लिए शुभ तथा कुछ कार्यो के अशुभ और प्रथम चक्र में विपत, प्रत्यरि, वध तारा सभी कामो के लिए अशुभ होते है। द्वितीय चक्र के लिए विपत तारा में शुरू का तीसरा भाग, प्रत्यरि तारा में आखिर का तीसरा भाग एवं वध तारा में बीच का तीसरा भाग त्यागना चाहिए। तीसरे चक्र में विपत, प्रत्यरि, वध तारा शुभ होते है।

Birth Info Edit
DoB2024-12-11
ToB04:55:18
PoBDelhi, IN
Lat|Lon28.36, 77.12
Transit Info Edit
Date2024-12-11
Time04:55:18
PlaceDelhi, IN
Lat|Lon28.36, 77.12
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