PAC Placed + Aspected + Conjoined
PAC ( अवस्थित | दृष्टि | युति )
Placed + Aspected + Conjoined
P: ग्रह जिस राशि में अवस्थित होते हैं। यह ग्रह किसी विशेष राशि में स्थित होने से उस राशि के स्वभाव, गुण और भावनाओं को प्रभावित करता है। ज्योतिष में, ये ग्रह नौ होते हैं - सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु।
A: जिस ग्रह से दृष्टि होती है। दृष्टि का अर्थ होता है कि एक ग्रह किसी अन्य ग्रह के साथ संबंध स्थापित करता है।
C: जिस ग्रह के साथ युति होती है। युति का अर्थ होता है कि दो ग्रह एक ही राशि में स्थित होते हैं।
Placed + Aspected + Conjoined
*मित्र शत्रु पंचधा मैत्री के अनुसार
सूर्य चन्द्र मंगल बुध बृहस्पति शुक्र शनि राहु केतु उदाहरण के लिये
चन्द्र ग्रह
को लेते हैं। इस कुंडली में चन्द्र ग्रह किस राशि में है ?
मेष राशि
मेष राशि का स्वामी कौन हैं ?
मंगल ग्रह
चन्द्र, मंगल ग्रह का मित्र, शत्रु , सम या अपनी ही राशि में हैं ?
चन्द्र राशि में
चन्द्र जिस भाव में है उस भाव में और कितने ग्रह हैं।
शुक्र, राहु
ग्रह के साथ सम्बन्ध
चन्द्र की शुक्र के साथ, जो की उसका शत्रु की है उसके साथ युति हैं। राहु केतु के अंश में हैं।
किन ग्रहों की मित्र , शत्रु या सम दृष्टि है।
शनि की तीसरी मित्र दृष्टि ।केतु की सातवीं शत्रु दृष्टि ।
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DoB | 2023-03-25 |
ToB | 06:26:09 |
PoB | Delhi, IN |
Lat|Lon | 28.36, 77.12 |
Date | 2023-03-25 |
Time | 06:26:09 |
Place | Delhi, IN |
Lat|Lon | 28.36, 77.12 |
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- १२ भावों में ग्रहों की स्थिति
- कुंडली देखने के नियम
- अवस्थित | दृष्टि | युति
- आरूढ़ लग्न
- ग्रह दृष्टि
- भाव विचार
- अष्टक वर्ग
- पिंड आयु
- दिग्बल
- विशोत्तरी दशा
- नक्षत्र
- जैमिनी चर दशा
- अहगर्न तालिका
- मासाधिपति बल
- वाराधिपति बल
- होरा बल
- आब्द बल
- त्रिभाग बल
- पक्ष बल
- नतोन्नत बल
- त्रिकोण शोधन सूर्य
- त्रिकोण शोधन चन्द्रमा
- त्रिकोण शोधन बुध
- त्रिकोण शोधन शुक्र
- त्रिकोण शोधन मंगल
- त्रिकोण शोधन गुरु
- त्रिकोण शोधन शनि