मंगल दोष | मांगलिक की पहचान
मंगल योग
आपकी जन्म कुंडली में चतुर्थ भाव में मंगल होने के कारण आपकी कुंडली में मंगल योग का प्रभाव हैं ।
शनि लग्न से पहले, दूसरे, चौथे, सातवें , आठवें या बारहवें भाव में हो तो मंगल दोष निरस्त हो जाते हैं।
यह पर शनि लगन से बारहवें भाव मैं बैठा हैं।
बृहस्पति की 5 दृष्टी से मंगल दोष का प्रभाव नष्ट हो जाता हैं।
मंगल और राहु एक साथ होने से दोष का प्रभाव नष्ट हो जाता हैं।
मंगल योग हैं पर मंगल दोष का प्रभाव नहीं हैं।